Women Welfare Scheme: 31 मई को सरकार एक ऐतिहासिक कदम उठाने जा रही है जब वह समाज सुधारिका और महिला सशक्तिकरण की प्रतीक अहिल्याबाई होलकर की 320वीं जयंती को भव्यता से मनाएगी। इस खास मौके पर सरकार न केवल महिलाओं और बालिकाओं के बैंक खातों में आर्थिक सहायता जमा करेगी बल्कि जयपुर के आरआईसी ऑडिटोरियम में एक विशेष कार्यक्रम भी आयोजित करेगी। इस कार्यक्रम में महिलाओं को कई योजनाओं का लाभ दिया जाएगा जो उनकी शिक्षा, स्वास्थ्य और आत्मनिर्भरता को बढ़ावा देने के लिए तैयार की गई हैं।
अहिल्याबाई होलकर ने 18वीं सदी में समाज और धर्म के क्षेत्र में जो योगदान दिया वह आज भी प्रेरणादायक है। उन्होंने न केवल समाज सुधार के लिए काम किया, बल्कि महिलाओं को सशक्त बनाने के लिए भी महत्वपूर्ण कदम उठाए। राजस्थान सरकार इस जयंती को एक अवसर के रूप में देख रही है जिसमें वह अहिल्याबाई के सपनों को साकार करते हुए महिलाओं और बालिकाओं के लिए नई संभावनाएं खोलेगी। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने इस मौके पर आयोजित समीक्षा बैठक में योजनाओं की रूपरेखा तैयार की और अधिकारियों को स्पष्ट निर्देश दिए कि इस दिन का हर पल महिलाओं के सशक्तिकरण को समर्पित होना चाहिए।
महिलाओं और बालिकाओं के लिए आठ खास योजनाएं
राजस्थान सरकार ने महिलाओं और बालिकाओं के लिए आठ महत्वपूर्ण योजनाओं की शुरुआत की है जो शिक्षा, आत्मनिर्भरता और सामाजिक विकास को बढ़ावा देंगी। इन योजनाओं का लाभ लाखों महिलाओं तक पहुंचेगा, जिससे उनके जीवन में सकारात्मक बदलाव आएगा।
शिक्षा को मिलेगा बढ़ावा
शिक्षा हर बालिका के उज्ज्वल भविष्य की नींव है। सरकार ने इस दिशा में कई कदम उठाए हैं। लाडो प्रोत्साहन योजना के तहत हजारों बालिकाओं को सीधे आर्थिक सहायता दी जाएगी ताकि उनकी पढ़ाई और पोषण की जरूरतें पूरी हो सकें। इसके अलावा एसटी प्री-मैट्रिक छात्रवृत्ति योजना और सफाई कामगार छात्रवृत्ति योजना समाज के कमजोर वर्गों की बेटियों को शिक्षा का अवसर प्रदान करेगी। दूरस्थ शिक्षा योजना और बालिका शिक्षा प्रोत्साहन योजना के जरिए उच्च शिक्षा में आर्थिक बाधाओं को दूर किया जाएगा जिससे बालिकाएं अपने सपनों को पूरा कर सकें।
आत्मनिर्भरता की ओर कदम
महिलाओं को आर्थिक रूप से मजबूत बनाने के लिए लखपति दीदी योजना एक अनूठी पहल है। इस योजना के तहत स्वरोजगार के लिए ऋण प्रदान किया जाएगा, जिससे महिलाएं अपने छोटे-मोटे व्यवसाय शुरू कर सकें और अपने परिवार की आर्थिक स्थिति को बेहतर बना सकें। यह कदम न केवल महिलाओं को आत्मनिर्भर बनाएगा, बल्कि उनके आत्मविश्वास को भी बढ़ाएगा।
उपलब्धियों का सम्मान
मेधावी बालिकाओं को प्रोत्साहित करने के लिए गार्गी पुरस्कार योजना के तहत हजारों छात्राओं को सम्मानित किया जाएगा। वहीं कालीबाई भील मेधावी छात्रा स्कूटी योजना के तहत मुफ्त स्कूटी वितरित की जाएगी, जिससे बालिकाओं को स्कूल और कॉलेज जाने में सुविधा होगी। ये योजनाएं न केवल उनकी मेहनत को पहचान देंगी, बल्कि उन्हें आगे बढ़ने के लिए प्रेरित भी करेंगी।
स्वास्थ्य और शिक्षा के लिए नई पहल
महिलाओं और बालिकाओं के स्वास्थ्य और शिक्षा को और मजबूत करने के लिए सरकार ने कई नई योजनाओं की शुरुआत की है। गर्भ की पाठशाला, स्वस्थ नारी चेतना योजना और गर्भवती मधुमेह प्रबंधन कार्यक्रम जैसे कदम पहले चरण में 10 जिलों में लागू किए जाएंगे। ये योजनाएं महिलाओं के स्वास्थ्य को प्राथमिकता देती हैं और उन्हें बेहतर जीवन जीने में मदद करेंगी। इसके साथ ही राष्ट्रीय तंबाकू नियंत्रण कार्यक्रम से जुड़ी एक डिजिटल कॉफी टेबल बुक का विमोचन भी होगा जो जागरूकता फैलाने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगी।
नए स्कूल और बुनियादी ढांचे का लोकार्पण
शिक्षा के क्षेत्र में और सुधार लाने के लिए सरकार चार कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालय, दो जनजाति बालिका आश्रम और अन्य सिविल कार्यों का उद्घाटन और शिलान्यास करेगी। ये कदम ग्रामीण और जनजाति क्षेत्रों की बालिकाओं को बेहतर शैक्षिक सुविधाएं प्रदान करेंगे जिससे उनकी पढ़ाई में कोई रुकावट नहीं आएगी।
कैसे मिलेगा योजनाओं का लाभ?
इन योजनाओं का लाभ उठाने के लिए जिन महिलाओं और बालिकाओं ने पहले से आवेदन किया है, उनके बैंक खातों में सीधे धनराशि जमा की जाएगी। कुछ योजनाओं में बिना आवेदन के भी लाभ दिया जाएगा। लाभार्थी अपने बैंक खातों से इस राशि को निकाल सकेंगे। यह प्रक्रिया पारदर्शी और सुगम होगी ताकि हर पात्र महिला और बालिका को इसका लाभ मिल सके।