भारत और पाकिस्तान के बीच बढ़ते तनाव ने राजस्थान के सीमावर्ती इलाकों में सुरक्षा को और सख्त कर दिया है इसके चलते बाड़मेर जैसलमेर जोधपुर बीकानेर श्रीगंगानगर और फलोदी जैसे छह जिलों में प्रशासन ने हाई अलर्ट जारी किया है इन क्षेत्रों में कई कड़े नियम लागू किए गए हैं।
हाल के दिनों में भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव का माहौल बना हुआ है खासकर ऑपरेशन सिंदूर और इसके बाद पाकिस्तान की ओर से ड्रोन हमलों की कोशिशों ने स्थिति को गंभीर बना दिया है राजस्थान पाकिस्तान से 1,073 किलोमीटर की सीमा साझा करता है जिस वजह से यह तनाव का केंद्र बन गया है बाड़मेर जैसलमेर और बीकानेर जैसे जिलों में पाकिस्तान ने सैन्य ठिकानों को निशाना बनाने की कोशिश की जिसको भारतीय सेना ने नाकाम कर दिया है इस वजह से प्रशासन ने इन छह जिलों में सख्ती बढ़ा दी है।
यह सब रहेगा बंद
इन जिलों में प्रशासन ने कई जरूरी नियम लागू किए हैं जिनका पालन करना हर नागरिक की जिम्मेदारी है बाड़मेर में लोगों को शहर की ओर यात्रा करने से मना किया गया है साथ ही बाजारों को शाम 5 बजे बंद करने के आदेश हैं और सार्वजनिक स्थानों पर भीड़ जमा करने की इजाजत नहीं है जैसलमेर और पोकरण में पुलिस लगातार लोगों से घरों में रहने की अपील कर रही है यहां पर शादी समारोह केआयोजनों पर भी रोक लगा दिया दी है श्रीगंगानगर में अगले दो महीनों तक डीजे लाउडस्पीकर और लाइट वाले फंक्शन पर रोक है इसके अलावा ड्रोन उड़ाने और पटाखों के इस्तेमाल पर भी सख्त पाबंदी है।
इन छह जिलों में सभी स्कूल कॉलेज कोचिंग सेंटर और आंगनवाड़ी केंद्र अगले आदेश तक बंद कर दिए गए हैं। जोधपुर, बीकानेर और किशनगढ़ के हवाई अड्डों पर 10 मई तक उड़ानें निलंबित हैं रेलवे ने भी कुछ ट्रेनों को रद्द किया है।
ब्लैकआउट के नियम
प्रशासन ने इन जिलों में रात के समय ब्लैकआउट लागू किया है इसमें बाड़मेर और जैसलमेर में शाम 6 बजे से सुबह 6 बजे तक जोधपुर में आधी रात से सुबह 4 बजे तक ब्लैकआउट रहेगा इस दौरान सभी घरों दफ्तरों और प्रतिष्ठानों की लाइटें बंद करनी होंगी या उन्हें ढकना होगा ताकि बाहर कोई रोशनी न दिखे बिजली मीटरों की छोटी छोटी लाइट्स को भी टेप या कपड़े से ढकने के निर्देश दिए हैं।
संदिग्ध वस्तु दिखने पर तुरंत सूचित करें
प्रशासन ने नागरिकों से अपील की है कि अगर उनके आसपास कोई संदिग्ध वस्तु या गतिविधि दिखे तो उसे छूने की बजाय तुरंत पुलिस को सूचना दें खासकर बाड़मेर और जैसलमेर जैसे सीमावर्ती इलाकों में ड्रोन हमलों की आशंका को देखते हुए अलर्ट रहना जरूरी है पुलिस और बीएसएफ दिन रात निगरानी कर रहे हैं इस बीच किसी अफवाहों से बचे रहे और केवल सरकारी सूचनाओं पर भरोसा करे।
हवाई हमले की स्थिति में क्या करें?
प्रशासन ने नागरिकों को किसी भी संभावित हवाई हमले या प्रोजेक्टाइल खतरे के लिए तैयार रहने को कहा है अगर सायरन बजते हैं या प्रशासन की ओर से अलर्ट जारी होता है तो तुरंत सुरक्षित जगह पर चले जाना है जब तक प्रशासन की ओर से स्थिति सामान्य होने की सूचना न आए तब तक उसी स्थान पर रहें।